
सैमुएल जेरोम निमिषा प्रिया के लिए फरिस्ता
सैमुएल जेरोम, जो की तमिल नाडु के मूल निवासी है। और बीते कई सालों से यमन में अपने परिवार के साथ रहते है। यमन में सैमुएल जेरोम एक एविएशन कंसल्टेंट के तोर पर काम करते है।
निमिषा के परिवार की तरफ से केस लड़ने का पावर ऑफ़ अटॉर्नी इन्ही के पास है। साल 2017 में जब मेहदी की हत्या हुई उसके बाद निमिषा के पासपोर्ट की फोटो और मेहदी की तस्वीर वत्स अप्प पर प्रसारित होने लगी। और यमन में मेहदी की हत्या के संदेह में कुछ बरतिए लोगो को गिरफ्तार भी किया गया।
सैमुएल जेरोम उस वक़्त पूर्वी अफ्रीका के देश जिबूती में थे। यमन पहुँचने के बाद उन्होंने निमिषा के मामले की जाँच शुरू की।
इनका कहना है की निमिषा की गिरफ़्तारी के बाद एक यमनी कार्यकर्ता ने उन्हें फ़ोन किया और कहा की अगर आप इस मामले में भारत सर्कार से संपर्क नहीं करेंगे तो , निमिषा को निष्पक्ष इंसाफ नहीं मिलेगा, उसके बाद उन्होंने तत्वकालीन भारतीय विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह से संपर्क किया , और मदद मांगी ,
उसके बाद वीके सिंह ने पूर्वी अफ्रीका जिबूती में स्थित भारतीय दूतावास में माद्यम से यमन को एक पत्र भेजा इसके बाद ही निमिषा के मामले में न्यायिक जाँच सुरु हुई।