
दिल्ली मैं CM के साथ 7 विधायक भी बनेंगे मंत्री
दिल्ली मैं CM के साथ 7 विधायक भी बनेंगे मंत्री , दिल्ली मैं बीजेपी की ऐतेहासिक जीत के बाद जनता को सरकार के गठन का इंतज़ार है। रविवार के दिन हो सकती है मुख्या मंत्री के नाम के घोसना। और साथ मैं उप मुख्य मंत्री , और मंत्रियों के साथ ज्यादा से ज्यादा 7 और लोगों को भी मंत्री की जगह मिल सकती है।
अभी तक बीजेपी की तरफ से कोई भी संकेत नहीं मिला है की किसको कौन सा पद मिलने वाला है। लेकिन होने वाले मंत्रियों को लेकर चर्चा शिर्ष पर है। कैबिनेट के जरिये ये भी ध्यान रखना है की महिला , जाट , पूर्वांचली और दलित आदि को भी साधा जा सके।
जिनको कुर्सी मिलने की सम्भावना जताई जा रही है
दिल्ली मैं मुख्य मंत्री के अलावा 7 मंत्री बन सकते है , जो की अधिकतम है। जिनको कुर्सी मिलने की सम्भावना जताई जा रही है उनके नाम है , विजेंद्र गुप्ता , प्रवेश वर्मा , मोहन बीस्ट समेत कुछ और भी नेता है जिनको मंत्री पद मिल सकता है। भले ही इनमें से कोई मुख्या मंन्त्री न बने फिर भी मंत्री पद मिलना तय है। जाट समुदाय के माननिये प्रवेश वर्मा ने अरविन्द केजरीवाल को हराया है नई दिल्ली के सीट से, दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी मैं मंत्री राह चुके कैलाश गहलोत की भी दावेदारी है ,जिन्होंने केजरीवाल को चुनाव के दरम्यान झटका दिया ,और बीजेपी के टिकट पर बिजवासन मैं विजयी हुए , बीजेपी ने इस बार जाट बहुल 10 सीटों पर जीत दर्ज की है।
मोहन बीस्ट जिन्होंने मुस्लिम बहुल क्षेत्र मैं जीत हासिल की

आम आदमी पार्टी की लहर में विजय गुप्ता रोहिणी सीट से जीतते रहे है वो एक अहम् दावेदार है। विजेंद्र गुप्ता वैश्य समाज से आते है , और वो लगातार संघर्ष भी करते रहे सड़क से लेकर सदन तक आम आदमी पार्टी के खिलाफ। मोहन बीस्ट जिन्होंने मुस्लिम बहुल क्षेत्र मैं जीत हासिल की उनको भी भी कम नहीं आँका जा सकता क्यूंकि उन्होंने ऐसी जगह जीत हासिल की जहाँ पर 40 % से अधिक वोटर मुस्लिम है। उनको भी मंत्री पद मिलने की सम्भवना जताई जा सकती है।
मोहन बीस्ट रह चुके है 6 बार विधायक रह चुके है
मोहन बीस्ट रह चुके है 6 बार विधायक रह चुके है, यदि उनको मंत्री नहीं भी बनाया जाता है तो विधान सभी मैं अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी दी जा सकती है। उत्तराखंड से जुड़े लोगों की दिल्ली मैं अच्छी आबादी है। मोहन बीस्ट के अलावा पटपड़ गंज सीट से तेज तर्रार नेता नेगी भी जीते है। पिछली बार तो उन्होंने मनीष सिसोदिया को नाकों चने चबवा दिए थे। इस बार वहां उन्होंने अवध ओझा को मात दे दी है। तो नेगी साहब की चर्चा भी तेज है। और चर्चा मैं वो और ज्यादा आ गए जब माननिये प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने तीन बार उनके पैर छुए।
दलित और महिला मंत्री
दलित और महिला मंत्री , कैबिनेट मैं दलित और महिला मंत्री का भी चेहरा होना सुनिश्चित है। शिखा राइ जिन्होंने सौरभ भरद्वाज को हराया है इसके अलावा जिन्होंने शालीमार बाघ मैं जीत का परचम लहराया रेखा गुप्ता वो भी प्रमुख है। इस बार भारतीय जनता पार्टी की चार महिलाएं विधायक बनी है। वजीर पुर में पूनम शर्मा नजफगढ़ मैं नीलम पहलवान इसके अलावा शिखा और रेखा गुप्ता ने भी कमल खिलाया है।दिल्ली में 12 सीटें दलित समुदाय के लिए आरक्षित है , उनमें से 4 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की है। त्रिलोक पूरी , मंगोल पूरी , मादीपुर और बवाना मैं भारतीय जनता पार्टी ने जीत का परचम लहराया है।
कौन हो सकता है पूर्वांचली चेहरा
भारतीय जनता पार्टी को 48 सीटों पर जीत मिली है और इस जीत मैं पूर्वांचल के रहने वालो का अहम् किरदार शामिल है। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने 17 ऐसी सीटें जीती है जिन सीटों पर पूर्वांचल के लोगों की आबादी जयादा है। और ये भी एक चर्चा है की मुख्य मंत्री पूर्वांचल का हो सकता है। और यदि मुख्य मंत्री का पद नहीं भी मिलता है तो भी डिप्टी सीएम या फिर कोई मंत्री पद मिल सकता है। यदि पूर्वांचल चेहरे की बात करें तो अभय वर्मा का नाम सबसे आगे चल रहा है। अभय वर्मा मूल रूप से बिहार के दरभंगा के है। जिन्होंने की लक्ष्मी नगर से जीत हासिल की है। पंकज कुमार सिंह जो की विकासपुरी विधान सभा से जीते है और इनके अलावा संगम विहार मैं दिनेश मोहनिया को हारने वाले पंकज चौधरी भी दावेदारी की दौड़ मैं है।
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