A person in a suit pointing upwards with an index finger, alongside Hindi text.
Robert Kiyosaki discusses the possibility of a financial crisis worth 128 lakh crores.

क्या ये सच है की दुनिया में आने वाला है 128 लाख करोड़ का भयानक भूचाल

 

रोबर्ट कियोसाकि जो की लेखक है रिच डैड पुअर डैड के और ये किताब वर्ल्ड की बेस्ट सेलर किताब रही है। उन्होंने एक चेतावनी जारी की है और कहा है की 1971 से जो भी आर्थिक संकट चले आ रहे है और जिनका कोई सोर्स नहीं है और एक अनसुलझा रहस्य है। कियोसाकि ने मूल करने का हवाला दिया और हवाला देते हुए कहा की , आने वाला आर्थिक संकट पहले से बत्तर हो सकता है। और उन्होंने ये भी संका जताई की ये संकट 2025 में आ सकता है। कैसा होगा ये आने वाला भयानक आर्थिक संकट जिसके बारे में कियोसाकि भविष्वाणी कर रहे है। काया सच में एक बार फिर से एक बहुत बड़ा आर्थिक संकट आने वाला है। और काया सच में दुनिया आर्थिक संकट की ओर बढ़ रही है। ओर आखिर इस आने वाले संकट का सबसे जयादा प्रभाव किस पर पड़ेगा।

क्यूंकि ये चेतावनी कियोसाकि ने दी है

इस तरह के कई सवाल उत्प्पन्न हो रहे है जो आम लोग जानना चाहते है। क्यूंकि ये चेतावनी कियोसाकि ने दी है जो की बेस्ट सेल्लिंग किताब के लेखक है। कियोसाकि ने x पर बात करते हुए कहा की अगर आप गौर करें तो 1998 में वाल स्ट्रीट ने एक साथ मिल के एक हेज़ फण्ड LTCM : लॉन्ग टर्म कैपिटल मैनेजमेंट को बचाया था। ओर आगे चल के दुनिया के तमाम सेंट्रल बैंक 2008 में वाल स्ट्रीट को बचने के लिए एक साथ आये थे , ओर अब 2025 में बहुत ही लम्बे समय के दोस्त , जिम रिकार्ड्स पूछ रहे है की सेंट्रल बैंको को आने वाले समय में कौन बचाएगा। बताते चले की इस बार का जो आर्थिक संकट आएगा रोबर्ट कियोसाकि ने ऐसा संका जाहिर की है इस बार का आर्थिक संकट 1.6 ट्रिलियन डॉलर यानि 128 लाख करोड़ का होने वाला है।

त्रासदी पूर्ण होगा आर्थिक संकट

कीयोसकी ने ये भी कहा की हर आने वाला आर्थिक संकट अपने पिछले वाले आर्थिक संकट से जयादा भयानक ओर त्रासदी पूर्ण होगा। इसके पीछे का कारन बताते हुए उन्होंने कहा की आज तक कभी भी इसके अन्तनिर्हित करने को पता नहीं किया गया। आइये जानते है की कियोसाकि ने किस प्रकार की भविष्वाणी की है।

54 साल पहले ये समस्या चालू हुई थी

कियोसाकि ने पांच दसको से भी अधिक समय से चले आ रहे इस आर्थिक संकट का कारन एक गलत फैसले को बताया है। उन्होंने कहा कमजोर मोनेटरी की शुरुआत 1971 के एक गलत फैसले के कारण हुआ इसके पीछे का कारण था अमीरीकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन के एक गलत फैसले की वजह से जिन्होंने अमेरिकी डॉलर को गोल्ड स्टैण्डर्ड से हटा दिया। सुर बात ये भी है की सरकारें मनचाहा पैसा चाप रही है। इसकी वजह से करेंसी की वैल्यू घटती जा रही है। ओर आर्थिक सिस्टम कमजोर होता जा रहा है।

क्या मानना है  कियोसाकि ओर उनके दोस्त जिम रिकार्ड्स का

कियोसाकि ओर उनके दोस्त जिम कॉर्बेट  का मानना है की अगला संकट जो आर्थिक बाजार में आने वाला है वो है अमेरिका का स्टूडेंट लोन बाजार जहाँ से इसकी शुरुआत हो सकती है। कियोसाकि ने ये भी कहा की आज के वक़्त में सिर्फ बैंको मैं पैसा रखना समझदारी नहीं है। उन्होंने ये भी कहा की आमिर लोग पैसे के लिए काम नहीं करते बल्कि पैसा उनके लिए काम करता है , ओर जो भी सिर्फ बचत करते है वो हमेशा हर का मुँह देखते है।

उनकी सलाह ये है की लोग बिट कॉइन , गोल्ड , सिल्वर , ओर डिजिटल सम्पत्तियों पर धयान दें। उन्होंने ने ये भी कहा की जिस मंदी की भविष्यवाणी उन्होंने 2012 में की थी वो अब सुरु हो चुकी है , उन्होंने सभी लोगों से कहा की अपनी सुरक्षा करें ओर सरकार का भरोसा न करें।

अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें

विडिओ के लिए यहाँ क्लिक करें

ये भी जाने अब तुर्किये को अपनी औकात समझते देर नहीं लगेगी

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top